चालू खाता एक बैंक जमा होता है जिसकी निकासी जमाकर्ता कभी भी कर सकता है। जमाकर्ता को किसी भी दिन इस खाते से कितनी भी बार संचालन की छूट होती है। यह बचत खाते की तरह नहीं है जिसमें कि प्रतिदिन केवल सीमित संख्या में ही लेनदेन संभव होता है। यह खाता व्यापार, व्यवसाय से जुडे लोगों द्वारा खोला जाता है। चालू खातों पर ब्याज नहीं दिया जाता है।
चालू खाते व्यवसाय की ज़रूरतों के अनुसार बनाए जाते हैं और मुख्यतः व्यवसायियों, फर्मों, कम्पनियों, सार्वजनिक उद्यमों आदि के लिए होते हैं। इनका एकमात्र उद्देश्य व्यवसाय के प्रत्येक स्तर पर धन के लेनदेन को सुविधाजनक बनाना है।
चालू खाता 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के निवासी भारतीयों एवं अकेले व्यक्तियों/ एकल स्वामित्व / साझेदारियों/ संघों/ निजी व सार्वजनिक कम्पनियों/सोसाइटियों/ट्रस्टों/ अविभाजित हिन्दू परिवारों आदि द्वारा खोला जा सकता है। चालू खाता या तो अकेले या संयुक्त रूप से खोला जा सकता है।
चालू खाता खोलने के लिए बैंक 5,000 से 50,000 रुपये तक न्यूनतम जमा चाहते हैं। सामान्यतः, राष्ट्रीयकृत बैंक कम न्यूनतम जमा चाहते हैं।
चालू खाता खोलना बेहद आसान है। आवेदन पत्र भरें और उसके साथ पहचान व पते के प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें। अतिरिक्त रूप से आवश्यक दस्तावेज़ हर मामले में अलग हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, एकल स्वामित्व वाले व्यवसाय के लिए आवश्यक दस्तावेज़ प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के मामले में आवश्यक दस्तावेज़ों से अलग होंगे।
स्त्रोत : पोर्टल विषय सामग्री टीम
Last Modified : 1/13/2020
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